उसने कहा की में तुमको ऐक पेड़ बताता हूँ जिसकी वजह से तुमको कभी मौत न आएगी और वो सल्तनत मिलेगी जो कभी खत्म न होगी तुम उस दरख्त(पेड़) का फल खाओ। उन्होने कहा हमको इसके लिए मना है शैतान ने कहा खुदा ने तुमको इसी लिए माना किया है की अगर तुम ये खा लोगे तो कभी मरोगे नहीं। शैतान ने कसंम खाई के में तुम्हारा भला चाहने वाला हूँ। सबसे पहली झूठी कसंम शैतान ने ही खाई थी कसंम के बाद उसने कहा जो पहले खाएगा उस पर असर ज्यादा होगा
ये सुनकर पहले हव्वा ने ऐक दाना खाया फिर हव्वा (eve) ने आदम अ॰ स॰( Prophet Adam ) को भी बहला कर खिलाया। रियावत की है نعبوی ने इब्ने अब्बास र॰अ॰ और कितादाह र॰अ॰ के अल्लाह ने आदम अ॰ स॰ से पूछा की क्या जन्नत की सारी नियामतें क्या तुझको काफी न थी जो इस दरख्त का फल तूने खाया
आदम अ॰ स॰( Prophet Adam ) ने कहा बेशक ऐ अल्लाह! वो नियामतें बहुत थीं मगर मुझको ये पता नहीं था की कोई तेरी झूठी कसम खाएगा। अल्लाह ने कहा की कसम मुझको मेरी इज्जत की उतार दूंगा तुझको जमीन पर वहाँ तुझको बगैर मेहनत के खाना ना मिलेगा। फिर वो जन्नत से नीचे उतार दिये गए। जन्नत में वो दोनों किसी भी वक्त खाना खाते पीते थे। जमीन पर सबसे पहले उनको लोहारी का काम सिखाया गया फिर लोहे से जमीन खोदना अनाज बोना पानी पिलाने का हुक्म हुआ जब अनाज तैयार हुआ उसे काटने का हुक्म हुआ इस तरह खाने का इंतजाम करना सिखाया
रिवायत है इब्ने अब्बास र॰ अ॰ से की जब अल्लाह तआला ने आदम अ॰ स॰( Prophet Adam ) से पूछा के तूने ये फल क्यू खाया तो आदम अ॰ स॰ ने कहा की हव्वा (Eve) ने तरजीह (जोर) दिया । अल्लाह ने फरमाया मेने उसको ये सज़ा दी की हमाल (गर्भावस्था) में भी तकलीफ हो और बच्चा होने में भी तकलीफ हो और महीने में हैज का खून आए । ये सुनकर बीबी हव्वा (Eve) रोने लगी तो अल्लाह का हुक्म हुआ की तेरे लिए भी रोना है ओर तेरी सब बेटियों के लिए भी रोना है जब आदम अ॰ स॰ और बीबी हव्वा ( Adam and Eve ) ने उस पैड का फल खाया तो जन्नत का लिबास भी उनके बदन से उतर गया ताज भी उतर गया तख्त भी निकल गया और वो जन्नत से निकाल दिए गए।
रिवायत की है इमाम बहकी ने शोइबुल ईमान में बरिदाह र॰ अ॰ से के रसुलुल्लाह ने फरमाया "अगर आदम अ॰ स॰( Prophet Adam ) के आँसू तमाम औलादों के आसुओ के साथ तोले जाएँ तो आदम अ॰ स॰ के आँसू ज्यादा निकलेंगे"
रिवायत की है इब्ने जरीर र॰ अ॰ और इब्ने अबी हातिम र॰ अ॰ से और इब्ने इसाकर र॰अ॰ ने सलमान फारसी से के रसुलुल्लाह ने फरमाया है के " हजरते आदम अ॰ स॰ जन्नत से उतारे गए तो जमीने हिन्द (hind) पर उतारे गए थे"।
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